Politics on Income Tax Raid : रायपुर। केंद्रीय आयकर टीम की ताबड़तोड़ छापामार कार्रवाई से छत्तीसगढ़ में सियासी खलबली मच गई है। राजनीति से प्रशासनिक गलियारे तक मची हड़कंप के बीच कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने दिल्ली में प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। प्रेसवार्ता को कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया ने संबोधित किया। सुरजेवाला ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस इस मामले में कानूनी राय लेकर कार्यवाही करने जा रही है। सुरजेवाला ने नान घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि 36 हजार करोड़ स्र्पये के नान घोटाले के तार दिल्ली से जुड़े हैं। पनामा पेपर में पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह और उनके पुत्र का नाम आया पर इसकी जांच तक नहीं हुई।
छापामार कार्रवाई पर उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार संघीय सहयोग नहीं करके जबरदस्ती कर रही है। उन्होंने आयकर की छापामार कार्रवाई करे बदला की कार्यवाही करार देते हुए कहा कि केंद्र सरकार को डर है कि इस जांच की आंच उन तक पहुंच सकती है। इसलिए प्रदेश सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। पूरे मामले को नान घोटाला से जोड़ते हुए इसकी जांच रोकने दबाव बनाने की कोशिश करार दिया।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ नक्सल प्रभावित राज्य है। यहां कई बार नक्सल फोर्स की वर्दी पहनकर हमला कर चुके हैं, ऐसे में सिविल ड्रेस में बिना राज्य सरकार और पुलिस को सूचना दिए आयकर विभाग की कार्यवाही खतरनाक हो सकती है।आई टीबीपी और सीआरपीएफ का केंद्र सरकार का गठबंधन है।
आयकर छापा के बहाने किया केंद्र पर हमला
कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया ने प्रेसवार्ता में कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार ने सोची समझी साजिश के तहत छापामारी कार्रवाई कराई है। सीआरपीएफ को साथ में लेकर छत्तीसगढ़ में दबिश देने पर उन्होंने आपत्ति की। उन्होंने सवाल उठाया कि चार दिन तक छापे की कार्रवाई की जानकारी सरकार अथवा जिला प्रशासन को सूचना तक नहीं दी गई। पुनिया ने मामले को नान घोटाला के अलावा चिटफंड और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला, पैनामा पेपर लिक से जोड़ा। कहा 21 घोटालों की जांच चल रही है। इसलिए केंद्र सरकार और भाजपा के लोग सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं।
पुनिया ने धान खरीद का मुद्दा भी उठाया और कहा कि केंद्र ने राज्य सरकार को, धान उत्पादक किसानों को बोनस देने से रोका है।प्रदेश में कांग्रेस की लगातार जीत से भाजपा भयभीत है। कांग्रेस ने दोनों उप चुनाव, नगरीय निकाय और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जीत दर्ज की है। इससे भाजपा डरी हुई है। सरकार को डराने के लिए कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।